Analog Signal vs Digital Signal in hindi – एनालॉग और डिजिटल सिगनल में अंतर

Analog Signal vs Digital Signal in hindi

वर्त्तमान में, हम चारों ओर से एनालॉग तथा डिजिटल सिग्नलों से घिरे हुए हैं, जैसे: satellite,wifi,blututh,cable networks, sound आदि ये दोनों एक प्रकार के signals है।

Signal क्या है?

Signal एक तरह का संदेश, जानकारी या संकेत होता है जो एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता है। यह किसी भी रूप में हो सकता है।

जब device के बीच data transfer किया जाता है या message भेजा जाता है, वह भी बिना किसी physical connection के, बिना किसी तार के, तो यह किसकी वजह से possible होता है?

जब दो या दो से अधिक device के मध्य data transfer हो रहा है, तब यह signal की मदद से होता है। Signal की मदद से data एक जगह से दूसरी जगह transfer किया जाता है।

हम एनालॉग और डिजिटल सिग्नलों के बीच के प्रमुख अंतर को विस्तार से जानेंगे।

एनालॉग और डिजिटल सिगनल में अंतर:

Analog SignalDigital Signal
ये signal निरंतर तरंग होते हैं।ये अलग-अलग Values (0,1) वाला Signal होता है।
Analog Signal निरंतर और परिवर्तनशील होता है।Digital Signal में उतार-चढ़ाव कम होते हैं, जिससे यह ज्यादा स्थिर होता है।
इसकी दूरी लम्बी होती है पर quality घटती है। इसकी लंबी दूरी पर भी quality अच्छी रहती है। 
ये सिग्नल एक निश्चित रेंज में रहते हैं।एनालॉग सिग्नल के मुकाबले इसमें ज्यादा रेंज होती है।
इसकी तरंगों का स्वरूप चिकना (Smooth) और सहज होता है।डिजिटल सिग्नल बहुत सटीक होते हैं क्योंकि वे केवल दो परिभाषित मानों को लेते हैं।
ये अनंत मान ले सकता है (जैसे, 1.2, 1.23, 1.234 वोल्ट)। यह केवल 0 और 1 (बाइनरी) में काम करता है। 
जानकारी को तरंगों के रूप में भेजता है (जैसे: आवाज़)। जानकारी को 0 और 1 (बिट्स) में बदलकर भेजता है। (जैसे: डेटा)
इसे स्टोर करना मुश्किल होता है (जैसे कैसेट टेप)। इसे आसानी से स्टोर किया जाता है (जैसे पेनड्राइव)।
प्रोसेसिंग धीमी और मुश्किल होता है।इसमें तेज और आसान प्रोसेसिंग।
इसका उपयोग पुराने रेडियो,टीवी, थर्मामीटर आदि में किया जाता है।Digital Signal में टेलीफोन,मोबाइल, कंप्यूटर, वाईफाई का उपयोग होता है।
कम बैंडविड्थ की जरूरत होती है।ज्यादा बैंडविड्थ की जरूरत होती है।

Analog Signal vs Digital Signal

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