ISDN in Computer Network in Hindi – ISDN क्या है?

SDN in Computer Network in Hindi – ISDN क्या है?

What is ISDN?

ISDN (Integrated Services Digital Network) एक डिजिटल टेलीकम्यूनिकेशन network है जो पुराने एनालॉग (जैसे पारंपरिक टेलीफोन line) की जगह डिजिटल technology का उपयोग करता है।

ISDN एक डिजिटल टेलीफोन network है जो पारंपरिक एनालॉग लाइनों की तुलना में अधिक प्रभावी है। यह आवाज, डेटा और वीडियो को एक ही लाइन पर Transmit करने की क्षमता रखता है।

ISDN (इंटीग्रेटेड सर्विसेज डिजिटल नेटवर्क) एक डिजिटल टेलीफोन नेटवर्क है

ISDN (Integrated Services Digital Network) एक डिजिटल टेलीफोन network है जो पुराने एनालॉग (जैसे—साधारण लैंडलाइन फोन) की जगह काम करता था। यह आवाज़ (Voice), data (Internet) और वीडियो को एक ही line पर डिजिटल तरीके से भेजता था।

ISDN (Integrated Services Digital Network) 1980 के दशक में विकसित एक महत्वपूर्ण संचार technology थी। यह पारंपरिक एनालॉग टेलीफोन network का डिजिटल विकल्प था जिसने संचार के तरीके को बदल दिया।

आजकल ब्रॉडबैंड इंटरनेट के आने से ISDN का उपयोग काफी कम हो गया है

ISDN in Computer Network in Hindi

आप जब वीडियो call करते हो? तुम्हारी आवाज़ भी जाती है और तुम्हारी तस्वीर भी दिखती है।

ISDN भी कुछ ऐसा ही करता था, लेकिन एक तार के ज़रिए। सोचो, उस तार में दो ‘lane’ बनी हुई है, जैसे सड़क पर होती हैं।”

“एक ‘lane’ तुम्हारी आवाज़ को डिजिटल code में बदलकर तेज़ी से दूसरी तरफ भेजती थी, जैसे कोई सुपरफास्ट message। इसे हम ‘Bchannel’ कहते हैं  ‘बात करने वाली lane’।”

“दूसरी ‘lane’ तुम्हारे कंप्यूटर के data को, जैसे गेम्स के बटन दबाने या वेबसाइट के अक्षर, को डिजिटल code में बदलकर भेजती थी। यह भी बहुत तेज़ होता था। इसे भी हम ‘Bchannel’ कहते हैं  ‘कंप्यूटर वाली lane’।”

“और उस तार में एक छोटी सी ‘signal’ वाली lane भी होती थी, जिसे ‘Dchannel’ कहते हैं। यह lane बताती थी कि कब आवाज़ वाली lane का इस्तेमाल करना है और कब कंप्यूटर वाली lane का, ताकि सब कुछ सही तरीके से पहुँचे और mix न हो जाए।”

“तो, ISDN एक ऐसा खास तार था जिसमें आवाज़ और कंप्यूटर का data दोनों डिजिटल code बनकर अलगअलग ‘lanes’ में बहुत तेज़ी से जा सकते थे, और एक छोटी ‘signal’ वाली lane सब कुछ control करती थी!”

ISDN के प्रकार (BRI और PRI)

ISDN में दो मुख्य प्रकार के इंटरफ़ेस होते हैं। बेसिक रेट इंटरफ़ेस (BRI) छोटे कार्यालयों और घरों के लिए बनाया गया है, जिसमें दो 64 Kbps के B-चैनल और एक 16 Kbps का D-चैनल होता है।

प्राइमरी रेट इंटरफ़ेस (PRI) बड़े व्यवसायों के लिए उपयुक्त है, जिसमें अमेरिका में 23 B-चैनल और एक 64 Kbps का D-चैनल (कुल 1.536 Mbps) होते हैं, जबकि यूरोप में यह 30 B-चैनल और एक 64 Kbps D-चैनल (कुल 2.048 Mbps) होता है।

इन दोनों के बीच मुख्य अंतर चैनलों की संख्या और उपलब्ध बैंडविड्थ है: BRI में कुल डेटा की गति ~144 Kbps होती है (2×64+16), जबकि PRI में कई मेगाबिट प्रति सेकंड होती है।

बेसिक रेट इंटरफ़ेस (BRI)

BRI एक ISDN कनेक्शन है जिसमें दो 64 Kbps बी-चैनल और एक 16 Kbps डी-चैनल शामिल होता है। यह मुख्यतः घरों या छोटे offices में उपयोगी है।

BRI की विशेषताएँ हैं:

  • एक साथ बहु-सेवाएँ: दो B-चैनलों के कारण एक ही लाइन पर कॉल और इंटरनेट/फ़ैक्स दोनों चलाये जा सकते हैं।
  • तेज डेटा स्पीड: पारंपरिक एनालॉग लिंक के मुकाबले अधिक स्पीड (BRI पर कुल 128 Kbps) उपलब्ध होती है।
  • उच्च वॉयस गुणवत्ता: डिजिटल ट्रांसमिशन की वजह से आवाज क्लियर होती है और शोर कम होता है।
  • कॉल प्रबंधन सुविधाएँ: कॉल फॉरवर्डिंग, कॉन्फ्रेंस कॉलिंग जैसी आधुनिक सुविधाएँ सक्षम होती हैं।

प्राइमरी रेट इंटरफ़ेस (PRI)

PRI बड़े व्यावसायिक उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें बहुत सारे B-चैनल होते हैं ताकि एक साथ कई कॉल/डेटा स्ट्रीम संभाली जा सके।

अमेरिका में PRI आम तौर पर 23 B-चैनल + 1 D-चैनल (1.536 Mbps) वाला होता है, जबकि यूरोप में 30 B-चैनल + 1 D-चैनल (2.048 Mbps) होता है। बड़े कॉल सेंटर और कार्यालय PRI का उपयोग करते हैं ताकि एक साथ अनेक फोन कॉल और डेटा कनेक्शन हो सकें।

B-चैनल (Bearer Channel)

B-चैनल ISDN का मुख्य डेटा वाहक (Bearer Channel) होता है। इसकी गति 64 Kbps है और यह वॉइस, डेटा या वीडियो सिग्नल को ले जाने के लिए काम आता है।

B-चैनल Circuit-switched (जैसे फ़ोन कॉल) तथा Packet-switched डेटा दोनों सेवाएँ प्रदान कर सकता है।

चूंकि एक B-चैनल Full-duplex होता है, इसलिए एक ही समय में इनकमिंग और आउटगोइंग डेटा दोनों संभव होते हैं।

उदाहरण के लिए, एक B-चैनल पर कॉल की आवाज़ भेजते समय दूसरा B-चैनल इंटरनेट डेटा या फैक्स ट्रांसफर के लिए उपयोग हो सकता है।

D-चैनल (Delta Channel)

डी-चैनल ISDN में संकेत (signaling) और नियंत्रण के लिए उपयोग किया जाता है।

BRI में डी-चैनल की गति 16 Kbps होती है, जबकि PRI में यह 64 Kbps होता है। इस चैनल पर नेटवर्क कॉल setup, कॉल Breakdown, कॉल-सूची आदि नियंत्रण संबंधी जानकारी भेजी जाती है; स्वयं इसमें कोई वॉयस या डेटा नहीं भेजा जाता है।

उदाहरण के लिए, जब आप कॉल करते हैं तो कॉल सेटअप के लिए डी-चैनल उपयोग होता है जबकि वॉयस B-चैनलों से प्रवाहित होती है।

H-चैनल

H-चैनल ISDN में उच्च-गति (वाइडबैंड) कनेक्शन के लिए होता है, जिसे कई B-चैनलों को जोड़कर बनाया जाता है।

उदाहरण के लिए, H0 चैनल में 6 B-चैनल (384 Kbps) की बैंडविड्थ होती है, H11 चैनल में 24 B-चैनल (1.536 Mbps) और H12 चैनल में 30 B-चैनल (1.920 Mbps) होती है। इन चैनलों का उपयोग उच्च-गति डेटा ट्रांसफर, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य मल्टीमीडिया सेवाओं के लिए किया जाता है।

Advantages of ISDN

  • तेज़ डेटा ट्रांसफर: पारंपरिक एनालॉग लाइन की तुलना में तेज़, BRI पर कुल 128 Kbps डेटा भेजा जा सकता है।
  • बेहतरीन वॉयस क्वालिटी: डिजिटल ट्रांसमिशन के कारण कॉल्स क्लियर होती हैं और शोर बहुत कम होता है।
  • मल्टीपल सेवाएँ: एक ही लाइन पर कॉल, इंटरनेट या फैक्स जैसी सेवाएँ एक साथ चल सकती हैं।
  • उन्नत कॉल सुविधाएँ: कॉल फ़ॉरवर्डिंग, कॉन्फ्रेंस कॉलिंग आदि आधुनिक सुविधाएँ समर्थित हैं।
  • विश्वसनीय कनेक्शन: ISDN लिंक आमतौर पर स्थिर और विश्वसनीय रहते हैं।

Disadvantages of ISDN

  • उच्च लागत: ISDN कनेक्शन की स्थापना और उपकरण महंगे होते हैं।
  • कम लचीलापन: ISDN कनेक्शन फ़िज़िकल लाइनों पर निर्भर रहते हैं, इसलिए नेटवर्क विस्तार या दूरदराज स्थान पर जोड़ना मुश्किल होता है।
  • भौगोलिक प्रतिबंध: ISDN नंबर क्षेत्र कोड से जुड़े होते हैं, जिससे दूसरी जगह पर नंबर बदलने में समस्या होती है।
  • पुरानी तकनीक: नई ब्रॉडबैंड तकनीकों (जैसे DSL) के कारण ISDN की गति सीमित हो गयी है; कई देशों में इसे बंद किया जा रहा है।

ISDN कहाँ और कैसे उपयोग होता है

ISDN का उपयोग कई क्षेत्रों में होता रहा है। उदाहरण के लिए:

  • इंटरनेट कनेक्शन: कुछ इंटरनेट सेवा प्रदाता BRI कनेक्शन का उपयोग ग्राहकों को तेज़ इंटरनेट उपलब्ध कराने के लिए करते थे।
  • वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग: कई कंपनियाँ और संस्थान दूरदराज मीटिंग के लिए ISDN का उपयोग करते हैं।
  • व्यापारिक टेलीफ़ोनी: बड़े कार्यालय और कॉल सेंटर्स PRI कनेक्शन से लैस होते हैं, जिससे एक साथ कई कॉल संचालित की जा सकती हैं।
  • ब्रॉडकास्टिंग: रेडियो/टीवी स्टेशनों द्वारा दूरदराज रिपोर्टिंग या ऑडियो ट्रांसमिशन के लिए ISDN लिंक इस्तेमाल होते रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न: ISDN क्या है?
उत्तर: ISDN एक डिजिटल संचार नेटवर्क है जो वॉयस, डेटा और वीडियो जैसी सेवाओं को एक ही समय में प्रसारित करने की क्षमता देता है।

प्रश्न: BRI और PRI में क्या अंतर है?
उत्तर: BRI में दो 64 Kbps के B-चैनल और एक 16 Kbps का D-चैनल होता है (छोटे उपयोग के लिए), जबकि PRI में अमेरिका में 23 B-चैनल+1 D और यूरोप में 30 B-चैनल+1 D होता है (बड़े व्यवसायों के लिए)।

प्रश्न: B-, D- और H-चैनल क्या हैं?
उत्तर: B-चैनल (64 Kbps) डेटा या वॉइस ट्रांसमिशन के लिए होता है, D-चैनल (16/64 Kbps) सिग्नलिंग के लिए होता है, और H-चैनल एक हाई-स्पीड चैनल होता है जो कई B-चैनलों को जोड़कर बनाया जाता है (जैसे H0=384 Kbps)।

प्रश्न: ISDN के लाभ क्या हैं?
उत्तर: ISDN तेज़ और विश्वसनीय डेटा कनेक्शन प्रदान करता है, जिससे वॉयस और डेटा दोनों को एक साथ भेजा जा सकता है। कॉल क्वालिटी बेहतर होती है और इसमें कॉन्फ्रेंस कॉल जैसी आधुनिक सुविधाएँ होती हैं।

प्रश्न: क्या आज भी ISDN का इस्तेमाल होता है?
उत्तर: पुराने तकनीक होने के कारण कई जगहों पर ISDN को DSL या VoIP से बदल दिया गया है। हालांकि कुछ विशेष उपयोग (जैसे ब्रॉडकास्टिंग या एवर-ऑन कॉल बैकअप) के लिए अभी भी ISDN सेवाएँ उपलब्ध हैं।

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