Binary Arithmetic in Hindi ( बाइनरी अरिथ्मटिक )

Binary arithmetic :

Binary arithmetic (अंकगणित) एक प्रकार का गणित है जिसमें दो संख्याएं 0 और 1 का ही उपयोग किया जाता है। यह गणित Electronic Devices और Computers में उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें चार आवश्यक गणितीय ऑपरेशन होते हैं: जोड़, घटाना, गुणा और भाग।

Binary Addition :

बाइनरी नंबरों को जोड़ना अत्यंत सरल होता है, प्रत्येक बाइनरी संख्या को दूसरी संख्या से जोड़कर परिणाम प्राप्त किया जाता है। अर्थात किसी भी दो या दो से अधिक संख्याओं को जोड़ा जाता है और दो संख्याओं को जोड़ने से एक रिजल्ट प्राप्त होता है।
उदाहरण के लिए, दो बाइनरी संख्याएँ दी गई हैं: 101 और 110। इन्हें जोड़ने के लिए, हम पहले 1+0 करेंगे (जो 1 देगा), फिर 0+1 करेंगे (फिर से 1 देगा), और फिर 1+1 करेंगे (जिसका परिणाम 0 होगा, और हमें 1 का कैरी आएगा)। इस प्रकार, दो संख्याओं का योग है: 1011।
binary addition

Binary Subtraction :

Binary arithmetic में घटाना भी बहुत ही सरल होता है। हम पहले सबसे बड़ी संख्या से सबसे छोटी संख्या को घटाते हैं|
उदाहरण के लिए, हमें दो संख्याएँ दी गई हैं: 1101 और 101 है। इन्हें घटाने के लिए, हम पहले 1-1 करेंगे (जो 0 देगा), फिर 0-0 करेंगे (0 देगा), और फिर 1-1 करेंगे (जो फिर से 0 देगा)। परिणाम होगा 1000।
Binary subtraction

Binary Multiplication :

Binary arithmetic (अंकगणित) में गुणा करने के लिए भी सरल विधि हैं, जो बाइनरी संख्याओं के परस्पर दो संख्याओं को multiplied करती हैं।
उदाहरण के लिए, जिस प्रकार decimal numbers ( 0 से 9 ) में गुणा किया जाता है, उसी प्रकार में Binary Multiplication में binary numbers का गुणा किया जाता है|

binary numbers का गुणा निम्न प्रकार से होता है:

Binary Division :

Binary arithmetic (अंकगणित) में भाग करने के लिए भी सरल विधि हैं, जो बाइनरी संख्याओं का परस्पर दो संख्याओं को Divide किया जाता है।
उदाहरण के लिए, जिस प्रकार decimal numbers (0 से 9) में भाग किया जाता है, उसी प्रकार Binary Division में binary numbers को भाग करके भागफल प्राप्त किया जाता है।

binary numbers का गुणा निम्न प्रकार से होता है:
Binary Division

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