Concurrent Development Model in Hindi

Concurrent Development Model in Hindi

इस प्रोजेक्ट में चरण एक के बाद एक करने के बजाय अलग-अलग चरण एक साथ चलते हैं, इसलिए इसे concurrent development model (समवर्ती विकास मॉडल) कहते है।

इसे ” parallel development ” भी कह सकते हैं। Concurrent Development Model का उपयोग software engineering के कार्य, फ्रेमवर्क के कार्य तथा इसी तरह अन्य प्रकार के कार्य में किया जाता है।

यह मॉडल बड़े और बदलते प्रोजेक्ट्स के लिए उपयोगी है, इसमें team work और planning पर जोर देना होता है।

Concurrent Development Model in Hindi

Concurrent Development Model का मुख्य बिंदु:

  1. work together:

   जैसे, कुछ team requirement (जरूरतें) इकट्ठा कर रही होती हैं, तभी दूसरी team design पर काम शुरू कर देती है। कोडिंग और टेस्टिंग भी कुछ हिस्सों में पहले से हो सकती है।

  1. flexible:

   अगर claint की जरूरतें बदलती हैं, तो मॉडल में बिना पूरा प्रोजेक्ट रोके adjust किया जा सकता है।

  1. Rapid growth:

   चूंकि कई काम समानांतर होते हैं, प्रोजेक्ट जल्दी पूरा होता है।

  1. Coordination is essential:

   teams को लगातार communication करना पड़ता है ताकि एक चरण में बदलाव दूसरे को प्रभावित न करे। उदाहरण के लिए, अगर design बदलता है, तो कोडिंग team को तुरंत पता होना चाहिए।

 Challenges:
  • जटिल प्रबंधन: एक साथ कई चरणों को ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है।
  • Team समन्वय: अच्छी कम्युनिकेशन न होने पर गलतियाँ या दोहरा काम हो सकता है।

 उदाहरण:

अगर आप चावल पकाते समय सब्जी काटना भी शुरू कर दें, तो काम तेजी से पूरा होता है। लेकिन ध्यान रखना होगा कि चावल जले नहीं और सब्जी का आकार सही रहे!

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