Database Access Methods in DBMS in Hindi
Database Access Methods
Database Management System (DBMS) एक software है जो data को store और manage करता है।
Storage Structure और Access Method ये बताते हैं कि डेटा disk में कैसे रखा जाता है और उसे कैसे निकाला या उपयोग किया जाता है। Storage Structure और Access Method ये सुनिश्चित करते हैं कि data जल्दी और आसानी से मिल सके।
Storage Structure: Storage Structure वह संरचना होती है जो यह बताती है कि डेटा डिस्क या memory में कैसे व्यवस्थित होता है, जैसे files, tables या blocks में।
Access Methods DBMS के वे तरीके हैं जिनसे database में data को store किया जाता है और पुनः प्राप्त किया जाता है। ये तय करते हैं कि data को कैसे व्यवस्थित करना है और उसे कैसे उपयोग करना है। हर Access Method का अपना structure होती है, जैसे एक नियम पुस्तिका जो data के साथ काम करती है।
Access methods वो तरीके हैं जिनसे डेटा को database में ढूंढा और निकाला जाता है। हर method का अपना तरीका और इस्तेमाल होता है।
Access Method: ये वे है जिससे data को find या retrieve किया जाता है, यानी उसे कैसे search और use करते हैं।
नीचे चारों प्रकार को विस्तार से समझते हैं:
Storage Structure के प्रकार (Types)
Sequential Storage: Sequential storage एक के बाद एक straight में रखा जाता है, डाटा को एक क्रम में रखा जाता है जैसे एक list।
Indexed Storage: Data के साथ एक index होता है जैसे book का index, जिससे find करना fast होता है।
Direct Hash Storage: Data को एक special key से directly निकाला जाता है, बहुत fast होता है।
Heap Storage: Data बिना किसी order के रखा जाता है, add करना easy है लेकिन find करना slow है।
Types Of Access Methods

1. Sequential Access:
क्या है: इसमें data के records को एकएक करके, उनके store होने के order में देखते हैं। , शुरू से लेकर अंत तक, एक के बाद एक check करते हैं।
Sequential Access: एक एक record को order में देखते हैं, जैसे old cassette tape।
Sequential access का मतलब है कि फाइल में मौजूद information डेटा को एक क्रम में पढ़ा या एक्सेस किया जाता है, यानी एक के बाद एक।
कैसे काम करता है:
Data को linearly access करते हैं, यानी बिना छोड़े sequence में। Agar record number 5 चाहिए, तो 1, 2, 3, 4 के बाद ही 5 मिलेगा।
कब इस्तेमाल करें:
- Small data के लिए अच्छा है, जहां सारा data check करना हो, जैसे simple list या report generate करना।
- मान लीजिए एक फाइल में 5 रिकॉर्ड्स हैं: record 1, record 2, record 3, record 4, record5।
- इनको उसी ऑर्डर में एक्सेस करना होगा: पहले record 1, फिर second, फिर third, और आखिर में record5।
- Direct किसी भी रिकॉर्ड जैसे record5 को बीच में छोड़कर नहीं पढ़ सकते।
उदाहरण: जैसे पुरानी cassette tape में गाने सुनना। अगर आपको तीसरा गाना सुनना है, तो पहले पहला और दूसरा गाना skip करना पड़ेगा।
अगर आपके पास एक music playlist है, तो sequential access में आपको पहला गाना, फिर दूसरा, फिर तीसरा, ऐसे ही सुनना होगा। Directly 5वां गाना नहीं चला सकते बिना पहले वाले सुनें।
Usage उपयोग: इस मेथड का इस्तेमाल ज्यादातर editors जैसे टेक्स्ट एडिटर और compilers में होता है।
Reason: क्योंकि ये प्रोग्राम्स डेटा को stepbystep प्रोसेस करते हैं।
Advantages
- Simple और easy to implement। Extra structure की need नहीं।
- Simple और easy to implement।
- Small files या linear data के लिए best।
Disadvantages
- Slow, खासकर जब data बड़ा हो, क्योंकि हर record को scan करना पड़ता है।
- Specific रिकॉर्ड को ढूंढने के लिए पूरा क्रम फॉलो करना पड़ता है।
- ये मेथड basic और straightforward है, लेकिन modern systems में random access ज्यादा यूज होता है for faster processing.
2. Index Access:
Index Access मेथड sequential access पर आधारित है, लेकिन इसे और efficient बनाने के लिए इसमें indexing का इस्तेमाल होता है।
इसमें एक index जैसे किताब का table of contents बनाया जाता है, जो बताता है कि specific record कहां है। Index की help से directly उस record तक पहुंचते हैं।
Index Access: Index की help से directly record तक जाते हैं, fast होता है।
Index Creation (इंडेक्स बनाना):
- प्रत्येक फाइल के लिए एक index बनाया जाता है।
- ये इंडेक्स अलगअलग blocks डेटा के हिस्सों के लिए pointers रखता है।
- Pointers का मतलब है कि वो डेटा कहां स्टोर है, उसका address।
Access Process एक्सेस कैसे होता है:
- फाइल को पढ़ते या एक्सेस करते समय सबसे पहले index को चेक किया जाता है।
- इंडेक्स में मौजूद pointers बताते हैं कि कौन सा डेटा कहां है।
- इससे डेटा को sequential order में या specific block को जल्दी एक्सेस किया जा सकता है।
उदाहरण: जैसे dictionary में word ढूंढना। Agar “Apple” चाहिए, तो index alphabet A देखकर directly page पर जाते हैं।
मान लो एक library book catalog है।
इंडेक्स में हर किताब का नाम और उसका rack number pointer लिखा है।
तो पहले इंडेक्स से rack ढूंढो, फिर sequential तरीके से उस rack में किताब।
कैसे काम करता है:
Index में keyvalue pairs होते हैं। Key से location पता चलता है, फिर directly data fetch होता है।
कब इस्तेमाल करें: Medium से large data के लिए, जहां specific record जल्दी चाहिए, जैसे student roll number से marks ढूंढना।
Advantages
- Fast retrieval, sequential की तुलना में बहुत quick।
- Faster than pure sequential access, क्योंकि इंडेक्स से specific block तक पहुंचना आसान है।
- Sequential और random access का mix, जो flexibility देता है।
Disadvantages
- Index बनाने और maintain करने में extra space और effort लगता है।
- इंडेक्स बनाने और मेंटेन करने में extra space और time लगता है।
- Small files के लिए जरूरी नहीं, क्योंकि overhead ज्यादा हो सकता है।
Usage उपयोग:
Database systems या large files में यूज होता है जहां डेटा को जल्दी और क्रम में ढूंढना हो। ये मेथड sequential access को और स्मार्ट बनाता है by adding indexing, जिससे डेटा ढूंढना और एक्सेस
3. Direct Access:
Data को unique key या hash function की help से directly access करते हैं। , बिना sequence follow किए सीधे record तक पहुंचते हैं।
Direct Access: Key या hash से directly data निकालते हैं, जैसे कोई special song play करना
इसमें फाइल में मौजूद किसी भी information को directly एक्सेस किया जा सकता है, बिना किसी क्रम sequence के।
How it Works कैसे काम करता है:
- फाइल में हर information record का एक unique address होता है।
- इस address की मदद से हम read या write operation directly कर सकते हैं।
- जैसे, अगर हमें 5वां रिकॉर्ड चाहिए, तो सीधे उसके address पर जा सकते हैं।
उदाहरण:
जैसे music player में specific song play करना। Agar song number 10 चाहिए, तो directly 10 पर jump करते हैं।
कैसे काम करता है:
Hashing use होती है, जहां key से data का exact location calculate होता है। No need to scan anything।
कब इस्तेमाल करें:
Large data में specific record fast चाहिए, जैसे bank account number से balance check करना।
When to Use कब इस्तेमाल करें:
जब हमें हर information को एक्सेस करने की जरूरत न हो।
जब डेटा को क्रम में sequentially पढ़ने की जरूरत न हो।
Example: डेटाबेस में किसी specific यूजर का डेटा ढूंढना।
Example:
मान लो एक phone contact list है।
अगर आपको सिर्फ “Rahul” का नंबर चाहिए, तो directly उसके नाम address पर जाकर नंबर देख सकते हैं, बिना पूरी लिस्ट स्कैन किए।
Advantage:
- Fast and efficient, खासकर large files के लिए।
- Flexible, क्योंकि किसी भी डेटा को कभी भी एक्सेस कर सकते हैं।
- Direct access बहुत तेज होता है, क्योंकि हमें पूरी फाइल को स्कैन करने की जरूरत नहीं।
- Specific डेटा को तुरंत ढूंढ सकते हैं।
Disadvantages:
- Complex हो सकता है, क्योंकि address management चाहिए।
- Extra storage की जरूरत पड़ सकती है addresses को स्टोर करने के लिए।
Usage उपयोग:
Databases, hard drives, और modern applications में यूज होता है जहां speed और specific data access जरूरी हो।
Direct access method modern systems के लिए ideal है, क्योंकि ये time बचाता है और डेटा को flexibly एक्सेस करने की सुविधा देता है।
4. Random Access:
Data के किसी भी record को anytime, बिना order follow किए access कर सकते हैं। , randomly कहीं से भी data निकाल सकते हैं।
Random Access: किसी भी record को anytime निकाल सकते हैं, flexibility होता है।
Random access का मतलब है कि डेटा के किसी भी record को anytime एक्सेस कर सकते हैं।
इसमें order follow करने की जरूरत नहीं, यानी randomly कहीं से भी डेटा निकाल सकते हैं।
उदाहरण: जैसे computer memory RAM में data access करना। Koi bhi address enter karo, data mil jata hai।
कैसे काम करता है:
Hardware और software मिलकर data का exact address provide करते हैं, aur wahan se data fetch hota hai।
कब इस्तेमाल करें:
Complex applications में, जहां flexibility चाहिए, जैसे games या realtime systems।
हर record का एक unique address होता है। उस address की मदद से डेटा को बिना delay के read या write किया जा सकता है।
Advantages
- Full flexibility, fast,versatile।
- Super fast, क्योंकि पूरा डेटा स्कैन नहीं करना पड़ता।
- Highly flexible, किसी भी record को कभी भी निकाल सकते हैं।
- Large datasets के लिए perfect।
Disadvantages
- Hardware support चाहिए like disks या RAM, aur implementation costly हो सकता है।
- Complex setup चाहिए, जैसे address mapping और management।
- Small files के लिए overkill हो सकता है, क्योंकि extra effort लगता है।
Core Feature:
ये मेथड flexibility देता है, क्योंकि आप specific record को directly चुन सकते हैं।
जैसे, फाइल में 100 रिकॉर्ड्स हैं, और आपको 75वां चाहिए, तो सीधे उसे एक्सेस कर सकते हैं।
Usage:
Databases, cloud storage, और apps में यूज होता है जहां specific डेटा जल्दी चाहिए।
Example: Online shopping में किसी प्रोडक्ट का डिटेल तुरंत ढूंढना।
Random access modern technology का backbone है, क्योंकि ये speed और convenience देता है without worrying about order.
Comparison:
Sequential: Slow but simple, जैसे line में लगकर टिकट लेना।
Index: Fast with guide, जैसे map के साथ रास्ता ढूंढना।
Direct: Super fast with key, जैसे सीधे घर का ताला खोलना।
Random: Flexible और fast,