Device Driver in hindi
Device Driver एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है जो कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) और हार्डवेयर डिवाइस के बीच Communication करता है।यह एक खास प्रकार का software होता है जो किसी specific hardware device (keyboard, mouse आदि) कम्प्यूटर से जुड़े हुए होते है और उनको control तथा manage करता है।
यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को यह बताता है कि किसी विशेष हार्डवेयर डिवाइस (जैसे Keyboard , mouse, Printer, graphics card, आदि) के साथ कैसे interact करना है।
बिना Device Driver के, कंप्यूटर हार्डवेयर डिवाइस को समझ नहीं पाएगा और उसके साथ communicate नहीं कर पाएगा। ड्राइवर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच एक ब्रिज का काम करता है।
Function of device driver :
1. communication कम्युनिकेशन:
Device Driver ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर के बीच ट्रांसलेटर का कार्य करता है। जब आप कोई कमांड देते हैं (जैसे प्रिंट करने का), तो ड्राइवर उस कमांड को हार्डवेयर के लिए समझने योग्य signal में बदलता है।
2. Control कंट्रोल:
यह हार्डवेयर डिवाइस को कंट्रोल करता है और यह सुनिश्चित करता है कि वह सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं।
3. Error handling एरर हैंडलिंग:
अगर हार्डवेयर में कोई प्रॉब्लम (error) आती है, तो ड्राइवर उसे डिटेक्ट करके ऑपरेटिंग सिस्टम को सूचित करता है।

Types of device drivers:
1. Kernel mode drivers:
यह ऑपरेटिंग सिस्टम के कर्नल के साथ काम करता है और हार्डवेयर के साथ डायरेक्ट इंटरैक्ट करता है। यह बहुत powerfull होता है, लेकिन अगर इसमें कोई error आती है, तो पूरा सिस्टम क्रैश हो सकता है।
2. User mode drivers:
यह ऑपरेटिंग सिस्टम के user mode में चलता है और कर्नल मोड ड्राइवर की तुलना में कम powerfull है। अगर इसमें कोई error आती है, तो सिर्फ वही प्रोग्राम क्रैश होता है, पूरा सिस्टम नहीं।
Example:
प्रिंटर ड्राइवर: जब आप प्रिंट करने का कमांड देते हैं, तो प्रिंटर ड्राइवर उस कमांड को प्रिंटर के लिए समझने योग्य सिग्नल में बदलता है।
ग्राफिक्स ड्राइवर: यह ग्राफिक्स कार्ड को कंट्रोल करता है और यह सुनिश्चित करता है कि स्क्रीन पर इमेज सही तरीके से दिखाई दे।