Hub in Hindi – हब क्या है?
अगर आप Computer Network में रुचि रखते हैं या इस फील्ड के छात्र हैं, तो आपने “Hub” शब्द ज़रूर सुना होगा।
यह एक ऐसा Device है जो कई Computers या अन्य Network Devices को आपस में जोड़ता है।
नेटवर्किंग (Networking) की दुनिया में कई ऐसे डिवाइस होते हैं जो कंप्यूटर और अन्य डिवाइसेज़ को आपस में जोड़कर एक नेटवर्क बनाते हैं। इन्हीं में से एक मुख्य डिवाइस है Hub। यह एक बेसिक नेटवर्किंग डिवाइस होता है जो कई कंप्यूटरों को आपस में जोड़कर डेटा ट्रांसफर करने में मदद करता है।

Hub क्या होता है? (What is Network Hub in Hindi)
Hub एक Network Device है जो कई Computers या अन्य Network Devices को एक साथ जोड़ता है, ताकि वे आपस में डेटा शेयर कर सकें। Hub को Network का “Multipoint Connection” भी कहा जा सकता है, जो कई Computers को एक साथ जोड़कर एक Network बनाता है। जब कोई Computer Hub को डेटा भेजता है, तो Hub उस डेटा को सभी Connected Devices तक भेज देता है – चाहे वह डेटा उनके लिए हो या नहीं।
इसे आप ऐसे समझ सकते हैं जैसे WhatsApp का एक ग्रुप — जब कोई एक सदस्य मैसेज भेजता है, तो वह सभी ग्रुप मेंबर्स को एक साथ चला जाता है। Hub भी ऐसा ही करता है।
Hub एक Hardware Device है जिसका इस्तेमाल Network के कई Computers और Devices को जोड़ने के लिए किया जाता है। यह Network के Physical Layer पर काम करता है और इसे एक Multi-Port Repeater भी कहा जाता है।
Hub एक ऐसा हार्डवेयर डिवाइस है जो नेटवर्क में मौजूद सभी डिवाइसेज़ को आपस में जोड़ता है और उनमें डेटा शेयर करता है। यह खासकर Star Topology में उपयोग किया जाता है, जिसमें हर कंप्यूटर सीधे Hub से जुड़ा होता है। हर डिवाइस Hub के पोर्ट (Ports) से जुड़ता है और इन सभी कनेक्शनों के माध्यम से एक नेटवर्क तैयार होता है। इस नेटवर्क में सभी डिवाइस एक-दूसरे के साथ डेटा ट्रांसफर और शेयर कर सकते हैं।
सरल भाषा में कहें तो, Hub एक ऐसा Device है जो एक ही डेटा को Network में जुड़े सभी Devices तक भेजता है, चाहे वह डेटा उनके लिए जरूरी हो या नहीं।
🔧 हब कैसे काम करता है? (How Hub Works)
जब भी नेटवर्क का कोई एक कंप्यूटर किसी अन्य को डेटा भेजता है, तो Hub वह डेटा नेटवर्क के सभी डिवाइस तक पहुँचा देता है — चाहे किसी को उस डेटा की ज़रूरत हो या न हो।
इसे हम ऐसे समझ सकते हैं जैसे WhatsApp ग्रुप में भेजा गया एक मैसेज सभी मेंबर्स तक पहुँच जाता है, चाहे वे उसे पढ़ना चाहें या नहीं। Hub इसी तरह broadcasting करता है।
Hub एक ब्रॉडकास्टिंग डिवाइस है, जो Local Area Network (LAN) में मल्टीपल कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है। लेकिन इसी वजह से कई बार नेटवर्क पर अनावश्यक लोड आ जाता है, जिससे नेटवर्क स्लो हो जाता है।
Hub एक तरह से “बिचौलिया” (Mediator) होता है। मान लीजिए एक Computer ने डेटा भेजा, तो:
Hub में कई पोर्ट्स (Ports) होते हैं।हर कंप्यूटर एक-एक पोर्ट से Hub से जुड़ा रहता है।जब कोई डिवाइस डेटा भेजता है, तो Hub उसे सभी डिवाइसेज़ में ब्रॉडकास्ट कर देता है। इसमें यह नहीं देखा जाता कि डेटा किसे भेजना है — सभी को भेज दिया जाता है।
हब को जब डेटा मिलता है, तो वह उसे स्वीकार करता है।
- फिर वह उसी डेटा की Copy सभी Connected Devices को भेज देता है।
- अब हर Device खुद तय करता है कि वह डेटा उसके लिए है या नहीं।
🎯 उदाहरण:
मान लीजिए Hub के पास 5 पोर्ट हैं – A, B, C, D, E।
जब A कोई संदेश भेजता है, तो हब उसे नेटवर्क में जुड़े सभी डिवाइसेज़ (B, C, D, E) तक पहुँचा देता है।
अगर एक साथ B भी डेटा भेजे, तो डाटा टकरा सकता है (Collision), जिससे नुकसान हो सकता है।
👉 Hub में कोई Intelligence नहीं होती यानी वह यह तय नहीं कर सकता कि डेटा किसे भेजना है।
🧱 Hub के प्रकार (Types of Hub)
Hub मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:
Active Hub, Passive Hub, और Intelligent Hub
- Passive Hub
केवल अलग-अलग Network Cables को जोड़ता है।
कोई Electronic Processing नहीं होती।
यह नेटवर्क डिवाइसेज़ को जोड़ने के लिए मात्र एक माध्यम होता है।
- Active Hub
इसमें Power Supply होती है।
यह लो सिग्नल को रीजनरेट करके उसे एम्प्लीफाई करता है।
यह कमजोर हो चुके डेटा सिग्नल को रीफ्रेश और बूस्ट करता है।
लंबी दूरी के लिए उपयोगी।
- Intelligent Hub
Monitoring और Traffic Analysis जैसी विशेषताएँ।
MIB (Management Information Base) यूनिट होती है।
Troubleshooting और Performance Improve करने में सहायक।
🌟 Network Hub हब की मुख्य विशेषताएं
यह OSI मॉडल की Physical Layer पर work करता है।
यह केवल हाफ डुप्लेक्स मोड में संचालन करता है, यानी एक समय में या तो डेटा भेज सकता है या प्राप्त कर सकता है।
यह एक समय में एक ही दिशा में संचार की अनुमति देता है।
हब में डेटा का आदान-प्रदान एक साथ दोनों दिशाओं में नहीं हो सकता।
यह एकतरफा संचार को एक बार में संभाल सकता है – या तो भेजना या प्राप्त करना।
यह सभी Devices को डेटा भेजता है – Broadcasting।
Collision की स्थिति में Jam Signal भेजता है।
📌 हब के द्वारा किए जाने वाले प्रमुख कार्य
Network Devices को जोड़ना
डेटा को Broadcast करना
Network Expansion को आसान बनाना
Multipoint Connection प्रोवाइड करना
✅ हब के फायदे (Advantages of Hub)
1. Simple Design: Hub एक सरल नेटवर्क डिवाइस है जिसे आसानी से इंस्टॉल और सेटअप किया जा सकता है।
2. Low Cost: यह सस्ते दाम में उपलब्ध होता है, इसलिए छोटे नेटवर्क के लिए यह उपयुक्त होता है।
3. Protocol Independent: Hub को किसी भी नेटवर्क प्रोटोकॉल जैसे Ethernet आदि के साथ उपयोग किया जा सकता है।
5. Easy to Use: इसका इस्तेमाल और मेंटेनेंस बेहद आसान होता है।
किसी स्पेशल सॉफ्टवेयर की जरूरत नहीं: इसे ऑपरेट करने के लिए किसी विशेष सॉफ्टवेयर या कॉन्फ़िगरेशन की आवश्यकता नहीं होती।
6. Small Office/Home Network के लिए सही: यदि नेटवर्क छोटा है और सुरक्षा प्राथमिकता नहीं है, तो Hub एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
❌ हब के नुकसान (Disadvantages of Hub)
1. Broadcasting Limitation: Hub सभी डिवाइस को डेटा भेजता है, जिससे नेटवर्क पर लोड बढ़ता है और स्पीड कम हो जाती है।
2. Security Issues: इसमें निजी (Personal/Private) डेटा को सुरक्षित तरीके से नहीं भेजा जा सकता।
3. Failure Impact: यदि Hub फेल हो जाए, तो पूरे नेटवर्क का काम रुक सकता है क्योंकि सभी डिवाइस उससे जुड़े होते हैं।
4. Limited Scalability: Hub एक सीमित संख्या में ही डिवाइस को कनेक्ट कर सकता है, इसलिए बड़े नेटवर्क के लिए उपयुक्त नहीं है।
5. No Data Filtering: Hub यह तय नहीं कर सकता कि डेटा किस डिवाइस को भेजना है, इसलिए यह स्मार्ट डिवाइस नहीं है।
6. यह स्मार्ट नहीं होता: Hub एक साधारण डिवाइस है, जो यह पहचान नहीं सकता कि डेटा किस डिवाइस को भेजना है। इसलिए यह हर डेटा को सभी कंप्यूटर तक भेजता है, जिससे नेटवर्क पर बेवजह लोड बढ़ता है।
7. ज़्यादा Traffic होने पर नेटवर्क स्लो हो सकता है: Hub में जब ज्यादा डिवाइस जुड़ जाते हैं या ज्यादा डेटा ट्रांसफर होता है, तो नेटवर्क की स्पीड काफी धीमी हो जाती है।
🔧 Hub के उपयोग (Uses of Hub in Hindi)
1️⃣ Local Area Network (LAN) बनाने में
2️⃣ डेटा Broadcasting के लिए
3️⃣ Monitoring, Testing और Troubleshooting में
4️⃣ Computer Labs और Networking Practical में
5️⃣ पुराने Network Systems में (जहां Switch उपलब्ध नहीं था)
🆚 Hub हब और Switch स्विच में अंतर (Difference Between Hub and Switch in Hindi)
✅ 1. कार्य करने की परत (Layer of OSI Model)
Hub OSI मॉडल की Physical Layer पर काम करता है।
Switch OSI मॉडल की Data Link Layer पर कार्य करता है।
✅ 2. Data को भेजने का तरीका (Data Transmission)
Hub सभी डिवाइस को एक साथ डेटा भेजता है (Broadcast)।
Switch केवल उस डिवाइस को डेटा भेजता है जिसका पता (MAC Address) मैच करता है।
✅ 3. Bandwidth Sharing
Hub में सभी डिवाइस एक ही Bandwidth साझा करते हैं।
Switch में प्रत्येक डिवाइस को अलग Bandwidth मिलती है, जिससे स्पीड तेज होती है।
✅ 4. Transmission Mode
Hub केवल Half-Duplex मोड सपोर्ट करता है (एक समय में या तो भेजना या पाना)।
Switch में Full-Duplex होता है (एक ही समय में भेजना और पाना दोनों संभव होता है)।
✅ 5. MAC Address Handling
Hub किसी भी डिवाइस का MAC Address सेव नहीं करता।
✅ 6. Collision Detection
Hub में डेटा टकराव (Collision) की संभावना ज्यादा होती है।
Switch टकराव को रोकता है क्योंकि यह डेटा को नियंत्रित ढंग से भेजता है।
✅ 7. स्पीड और परफॉर्मेंस (Speed & Performance)
Hub की सामान्य स्पीड होती है 10 Mbps।
Switch की स्पीड होती है 10/100 Mbps से लेकर 1 Gbps या उससे अधिक।
✅ 8. सुरक्षा (Security)
Hub में कम सुरक्षा होती है क्योंकि डेटा सभी डिवाइसेज़ तक पहुँचता है।
Switch में अधिक सुरक्षा होती है क्योंकि डेटा केवल लक्षित डिवाइस तक पहुँचता है।
✅ 9. कीमत (Cost)
Hub सस्ता (Low cost) होता है।
Switch महंगा होता है लेकिन बेहतर परफॉर्मेंस देता है।
✅ 10. स्मार्टनेस (Intelligence)
Hub एक “डम्ब डिवाइस” की तरह होता है, जिसे यह पता नहीं होता कि डेटा कहां भेजना है।
Switch एक “स्मार्ट डिवाइस” होता है जो डेटा को सही जगह पहुंचाता है।
📌 Hub in Hindi – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ on Hub in Hindi)
❓Q1. Hub क्या होता है? (What is Hub?)
उत्तर:
Hub एक ऐसा नेटवर्क डिवाइस है जो कई कंप्यूटर या नेटवर्क डिवाइसेज़ को आपस में जोड़ता है और सभी को एक साथ डेटा भेजता है।
👉 It works as a central connection point in a network.
🔍 Trick:
“Hub = सभी को एक साथ जोड़ने वाला पुल (Bridge जैसा)”
❓Q2. हब किस लेयर पर काम करता है? (Which OSI Layer does Hub work on?)
उत्तर:
Hub OSI मॉडल की Physical Layer (भौतिक परत) पर काम करता है।
👉 It simply transfers signals without processing them.
🔍 Trick:
“Physical Layer = Plug & Play जैसे काम करता है।”
❓Q3. क्या हब डेटा को चेक करता है? (Does Hub check or filter data?)
उत्तर:
नहीं, Hub डेटा को चेक या फ़िल्टर नहीं करता। वह जो भी डेटा रिसीव करता है, वह सभी डिवाइसेज़ को भेज देता है।
👉 No intelligence, only broadcasting.
🔍 Trick:
“Hub = भोलाभाला डिवाइस, जो जिसे मिला – सबको दे दिया!”
❓Q4. क्या हब Full Duplex में काम करता है? (Is Hub Full Duplex?)
उत्तर:
नहीं, Hub Half Duplex Mode में काम करता है।
👉 It can either send or receive data at one time, not both.
🔍 Trick:
“Hub = एक समय में या तो बोलेगा या सुनेगा।”
❓Q5. Hub और Switch में क्या अंतर है? (What is the difference between Hub and Switch?)
उत्तर:
Hub सभी डिवाइसेज़ को डेटा भेजता है (Broadcast)।
Switch सिर्फ उसी डिवाइस को डेटा भेजता है जिसे ज़रूरत हो (Unicast)।
👉 Switch is smarter than Hub.
🔍 Trick:
“Hub = सबको भेजो, Switch = जिसे ज़रूरत है उसे ही भेजो।”
❓Q6. क्या हब नेटवर्क की स्पीड को प्रभावित करता है? (Does Hub affect network speed?)
उत्तर:
हाँ, क्योंकि Hub सभी को डेटा भेजता है, इससे ट्रैफिक बढ़ता है और स्पीड कम हो सकती है।
🔍 Trick:
“Hub = सड़क पर बिना ट्रैफिक लाइट का चौराहा – भीड़ तो होगी ही।”
❓Q7. हब कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Hub?)
उत्तर:
Hub मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:
Passive Hub – सिर्फ कनेक्ट करता है, कुछ नहीं करता
Active Hub – सिग्नल को मजबूत करता है
Intelligent Hub – थोड़ा MANAGE भी करता है
🔍 Trick:
“Passive = Simple, Active = Stronger, Intelligent = Smarter”
❓Q8. क्या आज के समय में हब का उपयोग होता है? (Is Hub still used today?)
उत्तर:
बहुत कम, क्योंकि अब अधिकतर नेटवर्क्स में Switch का उपयोग होता है जो तेज और स्मार्ट होता है।
🔍 Trick:
“Hub = पुराना जमाना, Switch = नया ज़माना।”