Legacy software in hindi
Legacy अर्थात “विरासत”, legacy का मतलब ऐसी चीज जो पुरानी हो चुकी है पर अभी तक वह उपयोग मे है उनको replace कर पाना काफी कठिन हैकाफी कठिन है।
one line defination “Legacy means something old but still in use and difficult to replace.”
पुराने सॉफ्टवेयर को Legacy सॉफ्टवेयर कहा जाता है। समय के साथ कंप्यूटर और business की आवश्यकता बदलती जाती है। इस वजह से सॉफ्टवेयर में समय के अनुसार परिवर्तन करना बहुत जरूरी होता है। यदि हम सॉफ्टवेयर में बदलाव या उसे update नहीं करें, तो उनमें दिक्कतें और कठिनाई आती हैं, जिन्हें दूर करने के लिए इस सॉफ्टवेयर के अनुसार नया सॉफ्टवेयर बनाया जाता है। इस स्थिति में पुराने सॉफ्टवेयर को Legacy software कहा जाता है।
Legacy software पुराने समय में बनाया गया सॉफ्टवेयर है जो आज भी इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर आमतौर पर बहुत पुरानी टेक्नोलॉजी पर आधारित होता है, लेकिन कंपनियां या यूजर्स इसे अभी तक इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि यह उनके लिए महत्वपूर्ण है।
लेगेसी सॉफ्टवेयर क्या है?(What is Legacy Software?)
यह वह सॉफ्टवेयर है जो कई साल पहले बनाया गया था और अभी भी चल रहा है। यह पुरानी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (जैसे COBOL, Fortran) या पुराने सिस्टम (जैसे Windows XP) पर चलता है
इसे आज की नई टेक्नोलॉजी के साथ अपडेट नहीं किया गया है। Legacy software ऐसे सॉफ्टवेयर हैं जो outdated हो चुके हैं, बहुत पुराने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कुछ कंपनियां उसे उपयोग कर रही हैं। क्योंकि वह सॉफ्टवेयर इन कंपनियों की जरूरत को अभी तक पूरा कर रहा है, उन कंपनियों के लिए उसे replace कर पाना काफी कठिन है।
ऐसे सॉफ्टवेयर जो बहुत पुराने हो चुके हैं, पर कहीं न कहीं कुछ कंपनियां उसे उपयोग कर रही हैं और वह कंपनियों की requirement को पूरा कर रहा है। इस वजह से उसे replace कर पाना बहुत मुश्किल है। ऐसे सॉफ्टवेयर legacy software कहलाते हैं।
Example:
- बैंकों में पुराने सॉफ्टवेयर जो 20-30 साल पहले बनाए गए थे।
- बैंक सिस्टम एक बहुत बड़ा सिस्टम होता है बहुत costly सिस्टम होता है
- बहुत large amount of data इसमे store होते है
- इन्हे बदलना काफी ज्यादा कठिन और महंगा होता है साथ ही बहुत ज़्याफ़ा risk भी होते है
Risk Factor
- multiple branches में हर जगह अपडेट करना होगा।
- data loss होने का खतरा है।
- नए सॉफ्टवेयर के staff को प्रशिक्षण देने की आवश्यकता होगी।
- user को भी नए सॉफ्टवेयर के लिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता होगी।
- सरकारी दफ्तरों में इस्तेमाल होने वाले पुराने सिस्टम।
- इसलिए legacy सॉफ्टवेयर बहुत पुराने होने के बाद भी उपयोग किए जाते हैं।
किन सॉफ्टवेयर को legacy सॉफ्टवेयर कहा जाता है?
यदि software निचे दिए गए इन सभी properties को follow नहीं करता इन point को fullfill नहीं कर रहा हो तो सॉफ्टवेयर outdated हो चुका है अर्थात यह सॉफ्टवेयर Legacy software कहलाता है।
- modern system and database: सॉफ्टवेयर को modern system and database के साथ interact करना आना चाहिए।
- new computer environment: software new computer environment के साथ कार्य करने में सक्षम हो।
- new business requirement: सॉफ्टवेयर new business requirement को समझने में सक्षम हो।
- network requirementnetwork requirement: सॉफ्टवेयर नेटवर्क में जो update and changes हो रही है उसे accept करने में सक्षम हो।
लेगेसी सॉफ्टवेयर क्यों इस्तेमाल किया जाता है?
लेगेसी सॉफ्टवेयर को अभी भी इस्तेमाल करने के कुछ मुख्य कारण हैं:
a) काम करने की क्षमता (ability to work)
यह सॉफ्टवेयर लंबे समय से काम कर रहा है और यूजर्स को इसकी आदत हो गई है। इसे बदलने में समय और पैसा लगता है।
(b) महंगा बदलाव (Expensive changes)
नया सॉफ्टवेयर बनाने या खरीदने में बहुत खर्च आता है। पुराने सॉफ्टवेयर को नए सिस्टम के साथ जोड़ना (Integration) मुश्किल होता है।
(c) डेटा का महत्व (Importance of data)
पुराने सॉफ्टवेयर में बहुत सारा महत्वपूर्ण डेटा होता है, जिसे नए सिस्टम में ट्रांसफर करना मुश्किल हो सकता है।
(d) सुरक्षा और विश्वास (Security and trust)
कंपनियों को पुराने सॉफ्टवेयर पर भरोसा होता है क्योंकि यह लंबे समय से काम कर रहा है। नए सॉफ्टवेयर में Bugs (गलतियाँ) हो सकती हैं, जो समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
लेगेसी सॉफ्टवेयर की समस्याएं
हालांकि लेगेसी सॉफ्टवेयर उपयोगी है, लेकिन इसकी कुछ समस्याएं भी हैं:
1. Compatibility with new technologies
– यह नए हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर के साथ काम नहीं कर पाता।
– उदाहरण: Windows XP पर नए ऐप्स नहीं चलते।
2. Security threats
– पुराने सॉफ्टवेयर में सुरक्षा के लिए अपडेट नहीं मिलते, जिससे हैकर्स के लिए यह आसान टार्गेट बन जाता है।
3. lack of maintenance
– पुराने सॉफ्टवेयर को सपोर्ट करने वाले डेवलपर्स या कंपनियां अब मौजूद नहीं होतीं।
– इसलिए, इसे ठीक करना या अपडेट करना मुश्किल हो जाता है।
4. The future of legacy software
कंपनियां अब लेगेसी सॉफ्टवेयर को धीरे-धीरे बदल रही हैं। इसे दो तरीकों से किया जा सकता है:
a) माइग्रेशन (Migration)
– पुराने सॉफ्टवेयर को नए सिस्टम पर शिफ्ट करना।
– उदाहरण: पुराने बैंकिंग सॉफ्टवेयर को नए क्लाउड-आधारित सिस्टम पर ले जाना।
b ) रीप्लेसमेंट (Replacement)
– पुराने सॉफ्टवेयर को पूरी तरह से बदलकर नया सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करना।
– उदाहरण: Windows XP को Windows 10 या 11 से बदलना।
Conclusion:
लेगेसी सॉफ्टवेयर पुराने समय में बनाए गए सॉफ्टवेयर होते हैं जो आज भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ये काम तो करते हैं, लेकिन नई टेक्नोलॉजी के साथ इनकी Compatibility और Security की समस्याएं होती हैं। भविष्य में, इन्हें नए सिस्टम के साथ बदला जाएगा ताकि यूजर्स को बेहतर और सुरक्षित अनुभव मिल सके।
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