What is File System in Hindi – फाइल सिस्टम क्या है? DBMS
What is File System in Hindi in DBMS
सबसे पहले समझ लें कि DBMS (Database Management System) एक software है जो data को store करने, manage करने और उससे जानकारी निकालने में मदद करता है।

जैसे आपके मोबाइल फोन में contacts, photos या messages store होते हैं, वैसे ही DBMS में data store होता है।
What is File System in Hindi
File system वो तरीका है जिससे data को कंप्यूटर में store किया जाता है। इसे आप एक अलमारी की तरह समझ सकते हैं, जिसमें अलग अलग डिब्बों में चीज़ें रखी जाती हैं। हर डिब्बे का एक name होता है, और आप आसानी से उस डिब्बे से सामान निकाल सकते हैं।
DBMS में file system का मतलब है कि data को files में व्यवस्थित तरीके से रखना ताकि ज़रूरत पड़ने पर उसे जल्दी ढूंढा और इस्तेमाल किया जा सके।
यदि data को file में store करने के लिए किसी software का उपयोग नहीं किया जाता, तो उसे FileOriented Approach कहते हैं।
इसमें data को साधारण files में रखा जाता है, जैसे एक text file या spreadsheet में। ये approach बहुत बेसिक होती है और छोटे systems के लिए उपयोगी होती है।
Database Approach में data को collection of related information के रूप में store किया जाता है, और इसके लिए खास software (जैसे DBMS Database Management System) का उपयोग होता है। ये approach fileoriented approach से ज्यादा बेहतर होती है, क्योंकि इसमें data को व्यवस्थित, सुरक्षित, और आसानी से manage किया जा सकता है।
Traditional File System
Traditional File System data को store करने और manage करने का एक पुराना और साधारण तरीका है। इसमें data को अलगअलग files में रखा जाता है, जैसे कि एक notebook में अलगअलग pages पर जानकारी लिखी हो।
प्रत्येक file में एक खास तरह का data होता है, जैसे स्टूडेंट्स के names, marks या attendance, ये files एक-दूसरे से स्वतंत्र होती हैं, अर्थात इनके बीच कोई सीधा connection नहीं होता।
उदाहरण के लिए मान लीजिए आपके पास एक file है जिसमें स्टूडेंट्स के names हैं, और दूसरी file में उनके marks। अगर आपको किसी स्टूडेंट के name और marks दोनों चाहिए, तो आपको दोनों files को अलगअलग खोलकर देखना होगा।
Traditional File System में data को programming languages (जैसे C, C++) से बनाए programs के ज़रिए manage किया जाता है। ये तरीका छोटेमोटे data के लिए ठीक है, लेकिन बड़े और जटिल data के लिए इसमें दिक्कतें आती हैं, जैसे data का duplication, ढूंढने में समय लगना, और security की कमी।
इसमें इतना समझ लें, ये एक अलमारी की तरह है, जिसमें सामान अलगअलग डिब्बों में रखा है, लेकिन डिब्बों को जोड़ने का कोई आसान तरीका नहीं है।
File-Oriented Approach
जब data को files में store करने के लिए किसी software (जैसे DBMS) का इस्तेमाल नहीं किया जाता, तो उसे File-Oriented Approach कहते हैं।
इसमें data को साधारण files (जैसे text files, spreadsheets) में रखा जाता है, और उसे manage करने के लिए कोई खास system नहीं होता।
उदाहरण: मान लीजिए आप एक स्कूल के स्टूडेंट्स के names और marks को अलग-अलग text files में लिखते हैं। अगर आपको कोई record ढूंढना हो, तो आपको manually हर file में खोलकर चेक करना होगा। ये तरीका छोटे systems के लिए ठीक है, जैसे छोटी दुकान या स्कूल, जहां data कम होता है।
लेकिन इसमें दिक्कतें हैं,जैसे:
- Data का duplication (एक ही data बार-बार लिखा जाता है)।
- ढूंढने में समय लगता है।
- Security कम होती है।
- कई लोग एक साथ data access करें, तो गड़बड़ हो सकती है।
- फाइल सिस्टम कैसे काम करता है?
मान लीजिए आपके पास एक स्कूल का record है, जिसमें हर स्टूडेंट का name, roll number, और marks लिखे हैं। अगर आप ये सारा data एक कॉपी में बेतरतीब तरीके से लिख देंगे, तो किसी एक स्टूडेंट का record ढूंढने में बहुत समय लगेगा। लेकिन अगर आप हर स्टूडेंट का data अलग अलग files में व्यवस्थित कर दें, जैसे:
File 1: क्लास 10A के students
File 2: क्लास 10 B के students
File 3: क्लास 11 students
तो अब अगर आपको क्लास 10A के किसी स्टूडेंट का record चाहिए, तो आप सीधे उस file को खोलेंगे। यही काम DBMS में file system करता है। ये data को files में बांटकर रखता है, ताकि उसे ढूंढना और manage करना आसान हो।
File-Oriented Approach क्यों छोटे Systems के लिए उपयोगी है?
File-Oriented Approach में कोई जटिल software या DBMS की ज़रूरत नहीं होती, इसलिए ये सस्ता और आसान है।
छोटे systems में, जहां data की मात्रा कम होती है (जैसे 50-100 records), वहां files में data store करना और manage करना आसान होता है।
उदाहरण: एक छोटी shop में आप customers के names और purchases को text file या Excel sheet में रख सकते हैं।
इसे manage करने के लिए आपको DBMS जैसे बड़े software की ज़रूरत नहीं पड़ती।
Advantages
अब जानते हैं कि file system इतना जरूरी क्यों है:
- File system की वजह से data सही जगह पर store होता है, जिससे उसे ढूंढना आसान होता है।
- Index files की वजह से data को जल्दी ढूंढा जा सकता है। जैसे, अगर आपको 1000 स्टूडेंट्स में से एक का record चाहिए, तो index उसका address तुरंत बता देगा।
- Log files और backup की वजह से data खोने का डर कम होता है। अगर कुछ गलत होता है, तो data को recover किया जा सकता है।
- अगर आपको data में कुछ बदलना हो, जैसे किसी स्टूडेंट का phone number update करना, तो file system उसे आसानी से करने देता है।
Disadvantages
file system अच्छा है, लेकिन इसमें कुछ दिक्कत भी हैं:
- कभी कभी एक ही data कई files में store हो जाता है, जिससे storage की बर्बादी होती है। जैसे, अगर स्टूडेंट का name दो अलग अलग files में लिखा हो।
- अगर data बहुत ज़्यादा हो, तो file system में searching और updating में समय लग सकता है।
- अगर file system को सही से manage न किया जाए, तो data चोरी हो सकता है या गलत हाथों में जा सकता है।