Who is Software Engineer
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के बाद होता क्या है, सॉफ्टवेयर इंजीनियर करते क्या हैं।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स कोडिंग करते हैं किसी किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में, जो मशीन को समझाने वाली लैंग्वेज है। सॉफ्टवेयर मशीन को समझाने का काम करते हैं। उनके काम को कंप्यूटर में, मोबाइल में उस कंप्यूटर से काम कराना है। उनको टास्क समझना है, तो उसे हम अपनी भाषा में नहीं समझा सकते। वो हमारी भाषा नहीं समझते हैं, तो उनके लिए मशीन भाषा की आवश्यकता होती है।

मशीन भाषा काफी कठिन होती है, तो इंटरमीडिएट भाषा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को कॉम्पाइलर और इंटरप्रेटर के द्वारा मशीनी भाषा में बदला जाता है।
हमें एक्सेल ओपन करना है, तो हम कमांड देते हैं और एक्सेल ओपन हो जाता है। इसको सॉफ्टवेयर इंजीनियर के द्वारा प्रोग्राम में लिखा जाता है। तब ये प्रोसेस होकर ओपन होते हैं।
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में प्रोग्रामर के द्वारा सभी टास्क के प्रोग्रामिंग लिखा गया होता है, ताकि यूजर आसानी से अपना काम कर सके, क्योंकि प्रोग्रामिंग भाषा सबके समझ में आसानी से नहीं आती और मशीन पर सॉफ्टवेयर सभी को उपयोग करना होता है।

निष्कर्ष: सॉफ्टवेयर इंजीनियर वह व्यक्ति होता है जो सॉफ्टवेयर को डेवलप करता है। सॉफ्टवेयर को बनाता है प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के माध्यम से कोडिंग करके। जो सॉफ्टवेयर विकसित करता है, उसका परीक्षण करता है कि सॉफ्टवेयर जो बनाया गया